8th Pay Commission – अगर आप केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं या पेंशनर हैं, तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। आने वाले समय में 8वां वेतन आयोग लागू हो सकता है और इसके बाद आपकी सैलरी में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इस बार सरकार की तरफ से एक नया फॉर्मूला तैयार किया गया है, जिससे सैलरी और पेंशन दोनों में तगड़ी बढ़त होगी।
कर्मचारियों के बीच इसको लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यह नया सिस्टम महंगाई से लड़ने में बेहतर साबित होगा और पहले की कम डीए बढ़ोतरी से जो नुकसान हुआ, उसकी भी भरपाई हो जाएगी।
नया फॉर्मूला क्या है
सरकार की योजना है कि सभी स्तर के कर्मचारियों की सैलरी को बराबरी से बढ़ाया जाए। इसके लिए जिस टूल का इस्तेमाल होता है, उसे फिटमेंट फैक्टर कहा जाता है। यही एक तरह का गुणांक होता है, जिससे बेसिक सैलरी को मल्टीप्लाई करके नया वेतन तय किया जाता है।
इस बार सरकार फिटमेंट फैक्टर तय करते वक्त महंगाई, डीए और दूसरे आर्थिक पहलुओं को भी ध्यान में रखेगी, जिससे कि सैलरी स्ट्रक्चर ज्यादा संतुलित और व्यवहारिक हो सके।
7वें वेतन आयोग में क्या हुआ था
थोड़ा पीछे चलें तो 7वां वेतन आयोग जब लागू हुआ था, उस वक्त डीए 125 फीसदी चल रहा था। उदाहरण के तौर पर अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 10 हजार रुपये थी, तो डीए 12,500 रुपये बनता था। यानी कुल मिलाकर उसे 22,500 रुपये मिलते थे। इसके बाद 14.22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और कुल सैलरी 25,700 रुपये तय की गई।
इस हिसाब से उस वक्त फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहा था। इसी के आधार पर सभी कर्मचारियों की नई सैलरी तय हुई थी।
8वें वेतन आयोग में क्या हो सकता है बदलाव
अब बात करें 8वें वेतन आयोग की, तो इस बार कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 55 फीसदी डीए मिल रहा है और अनुमान है कि 2026 तक ये 60 फीसदी तक पहुंच जाएगा।
ऐसे में संभावना है कि सरकार इस डीए को सीधे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दे। ऐसा पहले भी 5वें वेतन आयोग के वक्त किया गया था। इसलिए इस बार भी कर्मचारियों को उम्मीद है कि बेसिक सैलरी में डीए जोड़कर नई सैलरी तय की जाएगी।
कितना बढ़ सकता है वेतन
कई जानकारों का मानना है कि इस बार सरकार पूरी डीए राशि को बेसिक सैलरी में जोड़ सकती है, जबकि कुछ का कहना है कि सिर्फ 50 फीसदी डीए ही मर्ज होगा। लेकिन दोनों ही मामलों में सैलरी में जोरदार उछाल तय है।
इसके ऊपर अगर फिटमेंट फैक्टर भी 3.0 या उससे ज्यादा हुआ, तो कर्मचारियों की सैलरी में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यानी एक ओर डीए मर्ज और दूसरी ओर नया फिटमेंट फैक्टर—इन दोनों की वजह से सैलरी का नया स्ट्रक्चर पूरी तरह से बदल जाएगा।
किसे मिलेगा फायदा और किसे नहीं
अब सवाल ये है कि इस फायदा किसे मिलेगा। तो साफ तौर पर कहा जा रहा है कि यह फायदा उन्हीं कर्मचारियों को मिलेगा जो 1 जनवरी 2026 के बाद रिटायर होंगे। यानी जो कर्मचारी इससे पहले रिटायर हो जाएंगे, उन्हें इस वेतन आयोग का सीधा फायदा नहीं मिलेगा।
हालांकि यह अभी तय नहीं हुआ है कि सरकार कब और कैसे इसे लागू करेगी, लेकिन नियमों के अनुसार वेतन आयोग अगर घोषित होता है तो उसकी तारीख 1 जनवरी 2026 से ही मानी जाएगी।
कर्मचारियों में बढ़ा जोश
8वें वेतन आयोग की चर्चाओं के बीच केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के बीच काफी उत्साह है। हर कोई जानना चाहता है कि नया पे स्केल क्या होगा, कितना डीए मर्ज होगा और नया फिटमेंट फैक्टर कितना होगा।
अगर सरकार जल्द ही इस पर फैसला लेती है, तो यह लाखों कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा। खासकर उन लोगों के लिए जो सालों से सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं।
कुल मिलाकर 8वें वेतन आयोग को लेकर जो भी खबरें आ रही हैं, वे कर्मचारियों के लिए काफी सकारात्मक हैं। अगर सरकार डीए को बेसिक सैलरी में मर्ज करती है और फिटमेंट फैक्टर 3.0 या उससे ऊपर तय करती है, तो सैलरी में बड़ा उछाल तय है। अब सबकी निगाहें सरकार के आधिकारिक ऐलान पर टिकी हुई हैं।