8th Pay Commission – केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। सरकार ने हाल ही में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है और इस पर काम भी शुरू हो चुका है। अब जब ये बात सामने आई तो एक सवाल लोगों के मन में तेजी से उठने लगा – क्या 2026 से पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को इसका फायदा नहीं मिलेगा?
इस सवाल ने लाखों रिटायर हो चुके या जल्द ही रिटायर होने वाले कर्मचारियों और पेंशनर्स के बीच चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं सरकार ने इस पर क्या सफाई दी है और सच्चाई क्या है।
कहां से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, चर्चा ये चल रही है कि सरकार केंद्र के फाइनेंस बिल 2025 में कुछ बदलाव कर रही है, जिससे पेंशनर्स को दो हिस्सों में बांट दिया जाएगा। एक ग्रुप में वो होंगे जो 1 जनवरी 2026 से पहले रिटायर हो गए और दूसरे ग्रुप में वे जो इसके बाद रिटायर होंगे। दावा किया जा रहा है कि सिर्फ बाद में रिटायर होने वालों को ही 8वें वेतन आयोग के फायदे मिलेंगे।
अब ऐसे में 2026 से पहले रिटायर होने वाले पेंशनर्स इस बात को लेकर परेशान हो गए हैं कि कहीं उन्हें बाहर तो नहीं कर दिया जाएगा।
विपक्ष ने भी उठाए सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को घेरा है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह पेंशन सिस्टम में चुपचाप बदलाव कर रही है और इसका मकसद 2026 से पहले रिटायर होने वाले पेंशनधारकों को बाहर करना है।
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस यानी AITUC और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उनका कहना है कि सरकार नई नीतियों के जरिए लाखों पेंशनर्स को 8वें वेतन आयोग के लाभ से वंचित कर सकती है।
आरोप ये भी है
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि सरकार पर आर्थिक बोझ काफी ज्यादा है, खासकर पेंशन को लेकर। बताया जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग को लागू करने पर सरकार पर करीब एक लाख करोड़ रुपये का भार पड़ सकता है। इसी वजह से सरकार सीमित लोगों को ही लाभ देना चाहती है।
सरकार की तरफ से क्या आया जवाब
अब इस पूरे मुद्दे पर सरकार की तरफ से बयान आया है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ-साफ कहा है कि ऐसी सभी अटकलें बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि पेंशन नियमों में जो हालिया बदलाव किए गए हैं, वो सिर्फ मौजूदा पॉलिसी को वैलिडेट करने के लिए हैं। इसका मतलब यह है कि इसमें किसी के फायदे-नुकसान की कोई बात नहीं है।
सीतारमण ने यह भी कहा कि पुराने सिद्धांत को ही आगे भी लागू किया जाएगा। यानी जैसे 7वें वेतन आयोग में 2016 से पहले और बाद में रिटायर होने वाले कर्मचारियों को एक जैसा लाभ मिला था, वैसे ही 8वें वेतन आयोग में भी सबको बराबर फायदा मिलेगा।
तो क्या सबको मिलेगा फायदा
सरकार के बयान के मुताबिक, हां। सभी पेंशनर्स को, चाहे वे 2026 से पहले रिटायर हुए हों या बाद में, 8वें वेतन आयोग के लाभ मिलेंगे। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। इस बयान के बाद पेंशनर्स को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
8वें वेतन आयोग का असर कितना बड़ा होगा
8वें वेतन आयोग का गठन हो चुका है और इसकी सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू होने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के वेतन, भत्तों और पेंशन में सुधार करना है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अभी देश में करीब 36 लाख से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और 33 लाख से ज्यादा पेंशनर्स हैं। इसके अलावा लाखों रक्षा कर्मचारी भी हैं जो इससे प्रभावित होंगे।
2026 के बाद क्या बदलाव आएंगे
हालांकि अभी आयोग की रिपोर्ट आनी बाकी है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसमें महंगाई के बढ़ते असर को ध्यान में रखते हुए अच्छी खासी बढ़ोतरी की जाएगी। खासतौर पर पेंशनर्स के लिए कुछ नई सुविधाएं और भत्तों में भी बदलाव हो सकता है।
क्या करें कर्मचारी और पेंशनर्स
अगर आप 2026 से पहले रिटायर हो चुके हैं या होने वाले हैं, तो फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने साफ कर दिया है कि आपको 8वें वेतन आयोग का फायदा मिलेगा। जैसे 7वें वेतन आयोग में सभी को एक जैसा फायदा मिला था, वैसे ही अब भी मिलेगा।
हां, आगे आने वाले महीनों में आयोग की रिपोर्ट और सिफारिशें जारी होंगी, तो सारी तस्वीर और साफ हो जाएगी। तब तक अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयानों पर ही भरोसा करें।