MCX Gold Rate : सोने के दामों में जो लगातार उछाल देखा जा रहा था, अब उस पर अचानक ब्रेक लग गया है। 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका सोना अब 95,000 के करीब आ गया है। और इस गिरावट ने न केवल बाजार को चौंकाया है, बल्कि उन लोगों को भी झटका दिया है जो सोने को 1 लाख पार जाते हुए देखना चाहते थे।
सोने की कीमतों में गिरावट क्यों आई?
कुछ समय पहले तक सोने में आई तेजी का बड़ा कारण था अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता तनाव और निवेशकों का भरोसा शेयर बाजार की बजाय गोल्ड में। टैरिफ वॉर और वैश्विक अनिश्चितता के चलते सोना ‘सेफ हेवन’ बना हुआ था।
लेकिन अब कीमतों में गिरावट की दो बड़ी वजहें मानी जा रही हैं:
- बाजार में ओवरबायिंग और मुनाफा वसूली
- आपूर्ति बढ़ने और मांग में कमी
अभी क्या चल रहे हैं रेट?
- दिल्ली: 95,080 रुपये प्रति 10 ग्राम
- मुंबई: 95,250 रुपये
- हैदराबाद: 95,239 रुपये
- चेन्नई: 95,239 रुपये
- एमसीएक्स गोल्ड: 95,230 से 95,239 रुपये
- चांदी: 95,001 से 95,420 रुपये प्रति किलो
गौर करने वाली बात ये है कि इस वक्त चांदी और सोने के दाम लगभग बराबर हो गए हैं।
ऑल टाइम हाई से कितनी गिरावट?
कुछ ही दिन पहले सोना 98,170 रुपये तक पहुंचा था, लेकिन अब यह लगभग 2,900 रुपये नीचे आ चुका है। वहीं, MCX पर यह 0.44% गिरा, जो करीब 422 रुपये की गिरावट है।
आगे क्या हो सकता है? एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय
- कुलिन शाह (विशेषज्ञ): अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती होगी, जिससे सोना 1 लाख पार कर सकता है।
- किशोर नारने (मोतीलाल ओशवाल): सोना 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है, यानी दामों की कोई लिमिट नहीं।
- चिंतन मेहता (अबास फाइनेंस): मौजूदा तेजी सिर्फ पुराना ट्रेंड है, नया कुछ नहीं हो रहा – 1 लाख तक पहुंचना मुश्किल।
- जॉन मिल्स (मोर्निंग स्टार): सोना 1,820 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है, यानी भारत में दाम 56,000 रुपये तक आ सकते हैं।
निवेशकों के लिए क्या सलाह?
अगर आपने पहले से निवेश कर रखा है, तो थोड़ा इंतजार करें और जल्दबाज़ी में न बेचें। वहीं, अगर आप निवेश की सोच रहे हैं तो ये गिरावट आपके लिए एक मौका हो सकता है – लेकिन बिना एक्सपर्ट की सलाह लिए कदम न उठाएं।
सोना भले ही गिरा हो, लेकिन बाजार की दिशा साफ नहीं है। कुछ एक्सपर्ट्स इसे अस्थायी गिरावट मान रहे हैं और कुछ इसे आने वाली बड़ी मंदी का संकेत। ऐसे में निवेश से पहले सही जानकारी लेना बेहद जरूरी है।
आने वाले दिनों में अगर वैश्विक हालात फिर बिगड़ते हैं, तो सोना एक बार फिर उड़ान भर सकता है। लेकिन फिलहाल, समझदारी से काम लेना ही सबसे बेहतर होगा।