PM Kisan 20th Installment : अगर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं और 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है।
अब तक सरकार 19 किस्तों में किसानों के खाते में सीधे पैसा भेज चुकी है, लेकिन इस बार कुछ नए नियम लागू हुए हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
पहले जानिए योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) की शुरुआत 2019 में हुई थी। इसके तहत किसानों को साल में 6000 रुपये की मदद तीन किस्तों में मिलती है। हर चार महीने में 2000 रुपये की एक किस्त आती है, जो सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होती है।
अब 19 किस्तें आ चुकी हैं, और 20वीं का इंतजार है। लेकिन सिर्फ रजिस्ट्रेशन करवा लेना अब काफी नहीं है।
20वीं किस्त कब तक आएगी?
सूत्रों के मुताबिक, 20वीं किस्त जून 2025 में जारी हो सकती है। हालांकि सरकार ने अभी तारीख का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन अप्रैल खत्म होने से पहले अगर आपने कुछ ज़रूरी काम पूरे नहीं किए, तो पैसा रुक सकता है।
कौन-कौन से काम ज़रूरी हैं?
1. Farmer ID कार्ड बनवाना
सरकार ने कहा है कि किसान पहचान पत्र बनवाना अब जरूरी है, जिसकी अंतिम तारीख 30 अप्रैल 2025 है। जिन किसानों ने यह कार्ड नहीं बनवाया, उनका नाम सूची से हट सकता है।
2. e-KYC कराना
कई किसानों की किस्त इसलिए रुकी है क्योंकि उनका e-KYC अपडेट नहीं हुआ। इसे आप ऑनलाइन PM Kisan पोर्टल पर या नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर करवा सकते हैं।
3. भू-अभिलेख सत्यापन
आपकी जमीन का रिकॉर्ड अगर अधूरा या गलत है, तो किस्त रोक दी जाएगी। इसलिए भू-अभिलेख (Land Verification) को भी समय रहते पूरा कर लें।
किसे नहीं मिलेगा पैसा?
अगर आप इन कैटेगरी में आते हैं तो अगली किस्त से बाहर हो सकते हैं:
- जिनके पास खेती की जमीन नहीं है
- जो इनकम टैक्स भरते हैं
- सरकारी नौकरी वाले परिवार
- जिनकी भूमि का रिकॉर्ड अधूरा है
- e-KYC नहीं हुई है
कैसे चेक करें कि आपका नाम लिस्ट में है?
- जाएं PM Kisan की वेबसाइट
- “Farmer Corner” में क्लिक करें
- “Beneficiary Status” पर जाएं
- अपना आधार या मोबाइल नंबर डालें
- “Get Data” पर क्लिक करें
यहां आपको पता चल जाएगा कि आपकी अगली किस्त आ रही है या कोई दिक्कत है।
अगर आप चाहते हैं कि 20वीं किस्त बिना किसी रुकावट के आपके खाते में पहुंचे, तो 30 अप्रैल से पहले ये सारे ज़रूरी काम निपटा लें। सरकार की तरफ से बार-बार अलर्ट आ रहे हैं, लेकिन कई किसान अब भी लापरवाही कर रहे हैं। बाद में पछताने से अच्छा है कि अभी एक बार सब कुछ चेक कर लें।