PM Vishwakarma Toolkit e-Voucher – अगर आप पारंपरिक कारीगरी से जुड़े हैं और अपने हुनर को और बेहतर बनाना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। इस योजना का मकसद देश के कारीगरों और शिल्पकारों को सरकारी मान्यता, आधुनिक औजार और आर्थिक सहायता देना है, ताकि वे अपने काम को आगे बढ़ा सकें।
अब इसी योजना के तहत सरकार 15,000 रुपये का डिजिटल वाउचर भी दे रही है, जिसे कारीगर अपने काम के लिए नए औजार खरीदने में इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो यहां आपको पूरी जानकारी मिलेगी कि कैसे आवेदन करें और इस वाउचर को रिडीम करें।
क्या है PM Vishwakarma Toolkit e-Voucher
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत मिलने वाला यह 15,000 रुपये का ई-वाउचर कारीगरों के लिए बेहद खास है। इसे केवल टूलकिट और औजार खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि कारीगर अपने पुराने और भारी औजारों की जगह नए और उन्नत औजारों का उपयोग कर सकें।
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अक्सर पारंपरिक कारीगरों को अपने काम में सिर्फ इसलिए दिक्कत होती है क्योंकि उनके पास अच्छे और आधुनिक उपकरण नहीं होते। इस योजना से वे नई मशीनों और औजारों की मदद से अपने काम को और बेहतर बना सकते हैं और अपनी कमाई भी बढ़ा सकते हैं।
किन कारीगरों को मिलेगा इस योजना का फायदा
इस योजना का लाभ वे लोग उठा सकते हैं जो पारंपरिक कारीगरी से जुड़े हुए हैं। इसमें शामिल हैं
- बढ़ई (लकड़ी का काम करने वाले)
- लोहार
- सुनार
- कुम्हार
- जूता बनाने वाले
- दर्जी
- माली
- कांच का काम करने वाले
- मूर्तिकार
- राजमिस्त्री
- हथकरघा बुनकर
- अन्य शिल्पकार
अगर आप इनमें से किसी भी पेशे से जुड़े हैं, तो आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने काम के लिए जरूरी औजार खरीद सकते हैं।
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कैसे मिलेगा ई-वाउचर
इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको कुछ स्टेप्स को फॉलो करना होगा
- रजिस्ट्रेशन करें – सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए आपको आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट की डिटेल देनी होगी।
- प्रशिक्षण लें – रजिस्ट्रेशन के बाद आपको सरकार की ओर से कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। यह ट्रेनिंग पूरी तरह निशुल्क होगी और इसमें आपको आधुनिक तकनीक, डिज़ाइन, ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जुड़ी जरूरी जानकारी दी जाएगी।
- डिजिटल पहचान पत्र मिलेगा – जब आप प्रशिक्षण पूरा कर लेंगे, तो आपको सरकार की ओर से एक डिजिटल पहचान पत्र और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
- 15,000 रुपये का ई-वाउचर मिलेगा – प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आपको 15,000 रुपये का टूलकिट ई-वाउचर दिया जाएगा, जिसका उपयोग आप आधुनिक औजार खरीदने में कर सकते हैं।
- वाउचर को रिडीम करें – यह वाउचर एक डिजिटल कोड के रूप में होगा, जिसे आप अधिकृत विक्रेता के पास जाकर स्कैन कर सकते हैं और इसके बदले अपनी जरूरत के औजार खरीद सकते हैं।
कैसे मिलेगा फायदा
पुराने औजारों से काम करना मुश्किल हो जाता है और उत्पादन भी धीमा रहता है। इस योजना से कारीगरों को आधुनिक औजार मिलेंगे, जिससे उनका काम आसान होगा और वे अधिक ऑर्डर भी ले पाएंगे।
इस योजना के तहत मिलने वाले औजारों में शामिल हैं
- इलेक्ट्रिक ड्रिल
- कटिंग मशीन
- सिलाई मशीन
- मिट्टी के बर्तन बनाने की मशीन
- लकड़ी और धातु के लिए उन्नत औजार
कम ब्याज पर लोन और सब्सिडी का फायदा
इस योजना में सिर्फ ई-वाउचर ही नहीं, बल्कि कम ब्याज दर पर लोन की भी सुविधा दी जा रही है।
- पहले चरण में 1 लाख रुपये तक का लोन
- दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का लोन
- इस लोन पर सरकार की ओर से ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी
इस लोन का उपयोग कारीगर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने, नई मशीनें खरीदने या अपने वर्कशॉप को और बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं। इससे वे खुद के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं और अपने व्यवसाय को एक छोटे उद्यम की तरह विकसित कर सकते हैं।
डिजिटल पहचान के फायदे
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत मिलने वाला डिजिटल पहचान पत्र सिर्फ एक कार्ड नहीं है, बल्कि यह कारीगरों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का एक जरिया है।
इसका फायदा यह होगा कि भविष्य में अगर सरकार कोई और योजना लेकर आती है, तो इस पहचान पत्र के जरिए कारीगरों को आसानी से लाभ मिल सकेगा। इसके अलावा, यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने के कारण पारदर्शिता बनी रहती है और बिचौलियों से बचा जा सकता है।
समय पर करें आवेदन, न चूकें मौका
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो ध्यान दें कि आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 है।
इससे पहले अपना आवेदन पूरा कर लें और सुनिश्चित करें कि आपके पास ये दस्तावेज मौजूद हैं
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- आय प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- मोबाइल नंबर
क्या है सरकार का मकसद
सरकार सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं देना चाहती, बल्कि कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इस योजना से उन्हें न सिर्फ नए औजार मिल रहे हैं, बल्कि उनकी पहचान भी एक पेशेवर के रूप में हो रही है।
इसके अलावा, यह योजना ‘वोकल फॉर लोकल’ की दिशा में भी एक मजबूत कदम है, जिससे पारंपरिक कारीगरों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।
अगर आप भी इस योजना के तहत ई-वाउचर लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपने काम को आगे बढ़ाएं।