Ration Card System Change – अगर आपके पास राशन कार्ड है या आप किसी भी सरकारी स्कीम का फायदा ले रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने 27 अप्रैल 2025 से राशन कार्ड सिस्टम में कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जिनका असर सीधे करोड़ों लोगों पर पड़ेगा। अब राशन कार्ड को आधार से लिंक कराना जरूरी कर दिया गया है और नई गाइडलाइन भी जारी की गई है। चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि क्या कुछ बदला है और आपको क्या करना है।
क्यों किया गया ये बदलाव?
पिछले कुछ सालों से सरकार को ये पता चला कि बहुत सारे लोग गलत तरीके से राशन ले रहे थे। कहीं डुप्लीकेट राशन कार्ड बनवाए जा रहे थे, तो कहीं वो लोग भी सरकारी राशन ले रहे थे जिनकी आमदनी अब पहले से बेहतर हो चुकी है। इससे असली जरूरतमंद लोगों को उनका हक नहीं मिल पा रहा था।
इसी गड़बड़ी को रोकने के लिए सरकार ने सिस्टम को डिजिटल और पारदर्शी बनाने का फैसला लिया है।
27 अप्रैल 2025 से क्या-क्या बदलेगा?
नई गाइडलाइन के मुताबिक, अब राशन कार्ड सिस्टम में कुछ जरूरी बदलाव लागू हो गए हैं:
- अब ई-केवाईसी यानी आधार से राशन कार्ड को लिंक करना अनिवार्य हो गया है। बिना इसके अब राशन नहीं मिलेगा।
- जिनके पास फर्जी या डुप्लीकेट राशन कार्ड हैं, वो खुद-ब-खुद सिस्टम से बाहर हो जाएंगे।
- अब राशन लेने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू कर दिया गया है। यानी अंगूठा या OTP से आपकी पहचान पक्की की जाएगी।
- अगर किसी की आमदनी तय सीमा से ज्यादा है, तो वो भी इस स्कीम से बाहर हो जाएगा।
- वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत अब आप किसी भी राज्य में जाकर राशन ले सकते हैं।
कैसे करें राशन कार्ड को आधार से लिंक?
ये प्रक्रिया बिल्कुल आसान है:
- अपने नजदीकी राशन डीलर या CSC सेंटर पर जाएं
- आधार कार्ड और राशन कार्ड की फोटोकॉपी साथ ले जाएं
- वहां बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कराएं
- OTP या फिंगरप्रिंट से प्रक्रिया पूरी होगी
- अंत में एक रसीद मिलेगी जिसे संभाल कर रखें
अगर ई-केवाईसी नहीं कराई तो?
अगर आपने 31 मई 2025 तक ई-केवाईसी नहीं कराई, तो आपका राशन कार्ड अस्थायी रूप से सस्पेंड हो सकता है। इसका मतलब है कि आपको जून से राशन मिलना बंद हो जाएगा। इसलिए अगर आपने अब तक ये काम नहीं किया है तो जल्द करवा लें।
कौन से राज्य कहां तक पहुंचे?
कुछ राज्यों में ई-केवाईसी तेजी से हो रही है, जैसे:
- उत्तर प्रदेश में 80% ई-केवाईसी हो चुकी है
- राजस्थान में 90% तक पहुंच गई है
- बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड जैसे राज्यों में अभी थोड़ा काम बाकी है
इन राज्यों में लाखों कार्ड फिलहाल सस्पेंड की लाइन में हैं। डेडलाइन पास आने से पहले ही काम निपटा लेना समझदारी होगी।
इस बदलाव से आम जनता को क्या फायदा होगा?
- सबसे पहले तो पारदर्शिता बढ़ेगी। जो लोग हकदार नहीं हैं, वो बाहर हो जाएंगे।
- जो मजदूर या परिवार एक राज्य से दूसरे राज्य जाते हैं, उन्हें भी किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- राशन डीलरों द्वारा की जाने वाली गड़बड़ियां भी अब बायोमेट्रिक सिस्टम से रुकेंगी।
- सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है, जिससे ट्रैकिंग आसान हो जाएगी।
सरकार क्या कह रही है?
सरकार की तरफ से साफ कहा गया है कि इस बदलाव का मकसद किसी को परेशान करना नहीं है, बल्कि सिस्टम को साफ और सही बनाना है। जो लोग वाकई में इस स्कीम के हकदार हैं, उन्हें ही इसका फायदा मिले – यही असली मकसद है।
तो अगर आपने अब तक राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है, तो ज्यादा देर मत कीजिए। ये न सिर्फ आपकी मदद करेगा बल्कि जरूरतमंदों को उनका हक दिलाने में भी मदद करेगा। नया सिस्टम आने से फर्जीवाड़ा रुकेगा और सही लोगों को राशन मिलेगा – यही असली जीत है।