RBI Loan Interest Update : महंगाई के इस दौर में, अगर कोई राहत देने वाली खबर है तो वह है सस्ती ब्याज दरों पर लोन मिलना। हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है, जिससे पर्सनल और होम लोन की ब्याज दरों में गिरावट आई है। आइए जानते हैं इस फैसले का आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा।
रेपो रेट में कटौती का असर:
रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंक, RBI से उधार लेते हैं। जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंक भी ग्राहकों को सस्ते ब्याज दरों पर लोन देने लगते हैं। हाल ही में RBI ने रेपो रेट को 6.25% कर दिया है, जो कि पिछले पांच वर्षों में पहली बार हुआ है।
ब्याज दरों में गिरावट:
इस कटौती के बाद कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में कमी की है:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): होम लोन की ब्याज दर 8.25% से शुरू होती है।
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): होम लोन की ब्याज दर 8.15% से शुरू होती है।
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM): होम लोन की ब्याज दर 8.10% से शुरू होती है।
EMI में राहत:
मान लीजिए आपने ₹50 लाख का होम लोन 20 साल के लिए लिया है और ब्याज दर 9% है, तो आपकी EMI ₹44,986 होगी। यदि ब्याज दर 8.75% हो जाती है, तो EMI ₹44,486 हो जाएगी, जिससे आपको ₹500 की मासिक बचत होगी। इससे न केवल EMI में कमी आएगी, बल्कि कुल ब्याज भुगतान भी घटेगा। Zee Business
पर्सनल लोन पर असर:
पर्सनल लोन की ब्याज दरें भी कम हुई हैं। हालांकि, यह कटौती उन लोन पर लागू होगी जो फ्लोटिंग रेट पर हैं। फिक्स्ड रेट लोन पर इसका असर नहीं होगा। बैंकBazaar के अनुसार, यदि आप ₹10 लाख का पर्सनल लोन 20 साल के लिए लेते हैं और ब्याज दर 10.5% है, तो आपकी EMI ₹10,800 होगी। यदि ब्याज दर 10% हो जाती है, तो EMI ₹10,400 हो जाएगी, जिससे आपको ₹400 की मासिक बचत होगी।
लोन लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
- ब्याज दरों की तुलना करें: विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें और सबसे कम ब्याज दर वाला बैंक चुनें।
- प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क: लोन की प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्कों की जानकारी लें।
- EMI की गणना करें: लोन लेने से पहले EMI की गणना करें ताकि आप अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार लोन ले सकें।
- क्रेडिट स्कोर: अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाएं, क्योंकि उच्च क्रेडिट स्कोर पर कम ब्याज दर मिलती है।
- लोन की शर्तें पढ़ें: लोन की सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ें और समझें।
RBI की रेपो रेट में हालिया कटौती से लोन लेना अब और भी सस्ता और आसान हो गया है। यदि आप घर खरीदने या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए उपयुक्त है। सही बैंक और सही योजना चुनकर आप अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बना सकते हैं।