Widow Pension Scheme : हर साल भारत में लाखों महिलाएं विधवा हो जाती हैं और उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है – घर कैसे चलाएं? खासकर गांवों में जहां न नौकरी होती है, न कोई दूसरा सहारा। इन्हीं महिलाओं के लिए सरकार ने विधवा पेंशन योजना शुरू की है, जिससे उन्हें हर महीने एक तय रकम मिलती है।
अब इस योजना में एक बड़ा बदलाव हुआ है – पेंशन की राशि को बढ़ा दिया गया है। यानी अब महिलाओं को पहले से ज्यादा मदद मिलेगी, जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई, दवाइयों और जरूरतों का खर्च उठा सकेंगी।
योजना क्या है और किसे मिलती है?
विधवा पेंशन योजना के तहत सरकार 18 से 60 साल की उम्र की उन महिलाओं को हर महीने पैसा देती है, जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है और जिनकी आमदनी बहुत कम है। ये योजना केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चलाते हैं।
हर राज्य में पेंशन की रकम अलग होती है, लेकिन अब सबने इसमें अच्छी-खासी बढ़ोतरी की है:
राज्य | पहले राशि | अब की राशि | बढ़ोतरी |
यूपी | ₹500 | ₹1000 | ₹500 |
एमपी | ₹600 | ₹1200 | ₹600 |
राजस्थान | ₹750 | ₹1500 | ₹750 |
बिहार | ₹400 | ₹800 | ₹400 |
महाराष्ट्र | ₹1000 | ₹1500 | ₹500 |
कैसे करें आवेदन?
आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से इस योजना में आवेदन कर सकती हैं।
ऑनलाइन आवेदन:
- अपने राज्य की सरकारी वेबसाइट पर जाएं
- रजिस्ट्रेशन करें और लॉगिन करें
- फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें
- सबमिट करें और पावती नंबर सुरक्षित रखें
ऑफलाइन आवेदन:
- नज़दीकी पंचायत या तहसील ऑफिस जाएं
- फॉर्म लें, भरें और दस्तावेज़ लगाएं
- जमा करें और रसीद लें
किन दस्तावेज़ों की जरूरत होगी?
- आधार कार्ड, वोटर आईडी
- पति का मृत्यु प्रमाण पत्र
- विवाह प्रमाण या उसका सबूत
- बैंक खाता और पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- निवास प्रमाण
पेंशन कहां मिलेगी?
ज्यादातर राज्यों में पैसा सीधे बैंक अकाउंट में DBT के जरिए आता है। कुछ जगहों पर पोस्ट ऑफिस या ग्राम पंचायत से भी भुगतान होता है।
असली ज़िंदगी में बदलाव!
सुनीता देवी (UP) – पहले ₹500 मिलते थे, अब ₹1000 से बच्चों की पढ़ाई का खर्च चलाने में राहत मिली है।
रमा बाई (MP) – अब ₹1200 मिलते हैं, जिससे दवाइयों का खर्च आराम से हो जाता है।
कमला देवी (राजस्थान) – बढ़ी पेंशन से सिंचाई का सिस्टम लगाया, खेती में सुधार आया।
क्यों ज़रूरी है ये योजना?
- आर्थिक सहारा देती है
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है
- बच्चों की पढ़ाई और सेहत बेहतर होती है
- महिलाओं का आत्मसम्मान बढ़ता है